लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ने वालों को शीघ्र ही मंजिल मिलती है। लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ने वालों को शीघ्र ही मंजिल मिलती है।
उस मुबारक दिन रमज़ान महीने की ईद थी........................ उस मुबारक दिन रमज़ान महीने की ईद थी........................
तुमसे मेरी हर अभिलाषा तुमसे मेरी हर अभिलाषा
पीर बना दिया है तुमने। पीर बना दिया है तुमने।
कैसा रोना और एक कल्पना के लिए। कैसा रोना और एक कल्पना के लिए।
अलिंगन में बंध कर अलिंगन में बंध कर